Logo
Court Book - India Code App - Play Store

'स्ट्रिधन' की वापसी हिंदू विवाह अधिनियम की कार्यवाही में तय की जानी चाहिए, धारा 27 के तहत अलग आवेदन से नहीं: इलाहाबाद हाईकोर्ट

31 May 2025 9:02 PM - By Shivam Y.

'स्ट्रिधन' की वापसी हिंदू विवाह अधिनियम की कार्यवाही में तय की जानी चाहिए, धारा 27 के तहत अलग आवेदन से नहीं: इलाहाबाद हाईकोर्ट

एक अहम निर्णय में, इलाहाबाद हाईकोर्ट ने कहा है कि ‘स्ट्रिधन’ की वापसी हिंदू विवाह अधिनियम, 1955 के अंतर्गत चल रही वैवाहिक कार्यवाही के भीतर ही तय की जानी चाहिए, न कि धारा 27 के तहत दायर किसी अलग आवेदन के माध्यम से।

न्यायमूर्ति अरिंदम सिन्हा और न्यायमूर्ति अवनीश सक्सेना की खंडपीठ ने कहा:

“स्ट्रिधन की वापसी एक मुद्दा होना चाहिए जिसे अधिनियम के तहत कार्यवाही में सुनवाई के दौरान तय किया जाए, न कि धारा 27 के तहत किए गए अलग आवेदन में।”

Read also:- केरल हाईकोर्ट ने KTU की पूर्व कार्यवाहक वीसी डॉ. सिजा थॉमस के ‘उत्पीड़न’ पर राज्य सरकार को फटकार लगाई, पेंशन जारी करने का आदेश

यह फैसला कृष्ण कुमार गुप्ता बनाम प्रीति गुप्ता के मामले में आया, जिसमें फैमिली कोर्ट ने पहले पति को पत्नी को स्ट्रिधन के बदले ₹10,54,364/- चुकाने का निर्देश दिया था। दोनों के बीच विवाह 1 मई 2023 को समाप्त हो गया था। इससे पूर्व पत्नी को अंतरिम भरण-पोषण के रूप में ₹7 लाख मिल चुके थे।

अपीलकर्ता-पति ने फैमिली कोर्ट के आदेश को चुनौती दी और कहा कि हिंदू विवाह अधिनियम की धारा 27 के तहत अलग से कोई कानूनी कार्यवाही नहीं की जा सकती। उन्होंने बबीता @ गायत्री बनाम मोद प्रसाद @ पिंटू (छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट, 2017) के फैसले का हवाला दिया जिसमें कहा गया:

“धारा 27 को एक स्वतंत्र वैवाहिक कार्यवाही नहीं माना गया है। इसका उद्देश्य मुकदमों की बहुलता से बचना है और इसे केवल उन्हीं कार्यवाहियों में लागू किया जा सकता है जो अधिनियम की धारा 9 से 13-B के अंतर्गत चल रही हों।”

Read also:- दिल्ली हाईकोर्ट ने मजनू का टीला स्थित पाकिस्तानी-हिंदू शरणार्थी शिविर को गिराने के खिलाफ याचिका खारिज की, कहा – कब्जे का कोई कानूनी अधिकार नहीं

अपीलकर्ता ने यह भी तर्क दिया कि फैमिली कोर्ट ने पत्नी द्वारा प्रस्तुत ज्वेलरी रसीदों की फोटोकॉपी को उचित द्वितीयक साक्ष्य के बिना स्वीकार कर लिया। हाईकोर्ट ने इस पर कहा:

“किसी दस्तावेज को केवल वही व्यक्ति प्रमाणित कर सकता है जिसने उसे बनाया हो या जिसने उसे बनते और प्राप्त करते देखा हो। मात्र आपत्ति न करने से उसे प्रमाणित नहीं माना जा सकता।”

कोर्ट ने यह भी पाया कि पत्नी ने अपनी जिरह में स्वीकार किया कि जिस दिन की घटना का आरोप लगाया गया है, उस दिन पति वहां मौजूद नहीं थे। बावजूद इसके फैमिली कोर्ट ने आरोपों को सच मान लिया।

Read also:- इलाहाबाद हाईकोर्ट : BNSS 2023 लागू होने के बाद CrPC (यूपी संशोधन) अधिनियम 2018 निष्प्रभावी रूप से रद्द

“फैमिली कोर्ट ने यह नहीं देखा कि पत्नी ने स्वयं कहा था कि घटना के समय पति मौजूद नहीं थे,” कोर्ट ने कहा।

हाईकोर्ट ने यह भी स्पष्ट किया कि धारा 25 तलाक के बाद भरण-पोषण की अनुमति देती है, जबकि धारा 27 केवल संयुक्त संपत्ति को लेकर उसी कार्यवाही में लागू होती है। 1 मई 2023 के तलाक आदेश में कोई संपत्ति संबंधित निर्देश नहीं था, इसलिए फैमिली कोर्ट का आदेश अधिकार क्षेत्र से बाहर था।

Read also:- राजस्थान उच्च न्यायालय: शिक्षकों को अयोग्य विषय पढ़ाने के लिए मजबूर करना अनुच्छेद 21A के तहत छात्रों के शिक्षा के अधिकार का उल्लंघन है

इसलिए हाईकोर्ट ने ₹10.54 लाख का आदेश खारिज कर दिया। कोर्ट ने यह माना कि पत्नी को पहले ही ₹7 लाख और ₹2.10 लाख (आंशिक निष्पादन से) मिल चुके हैं, जिन्हें भरण-पोषण में समायोजित किया जा सकता है।

“अपीलकर्ता के अपील में सफल होने के कारण निष्पादन की कार्यवाही स्वतः समाप्त मानी जाएगी,” कोर्ट ने निर्देश दिया।

केस का शीर्षक: कृष्ण कुमार गुप्ता बनाम प्रीति गुप्ता [प्रथम अपील संख्या - 1116/2024]

Similar Posts

सुप्रीम कोर्ट: आरोपी स्वेच्छा से ही कोर्ट की अनुमति से नार्को-एनालिसिस टेस्ट करवा सकता है

सुप्रीम कोर्ट: आरोपी स्वेच्छा से ही कोर्ट की अनुमति से नार्को-एनालिसिस टेस्ट करवा सकता है

10 Jun 2025 1:13 PM
कर्नाटक में कमल हासन की फिल्म ठग लाइफ पर 'न्यायिकेतर प्रतिबंध' को चुनौती याचिका पर सुप्रीम कोर्ट सुनवाई करेगा

कर्नाटक में कमल हासन की फिल्म ठग लाइफ पर 'न्यायिकेतर प्रतिबंध' को चुनौती याचिका पर सुप्रीम कोर्ट सुनवाई करेगा

9 Jun 2025 3:48 PM
सुप्रीम कोर्ट ने ‘ठग लाइफ’ फिल्म पर प्रतिबंध को चुनौती देने वाली याचिका पर कर्नाटक को नोटिस जारी किया

सुप्रीम कोर्ट ने ‘ठग लाइफ’ फिल्म पर प्रतिबंध को चुनौती देने वाली याचिका पर कर्नाटक को नोटिस जारी किया

13 Jun 2025 1:50 PM
सुप्रीम कोर्ट ने भारतीय नागरिकता के लिए पाकिस्तानी ईसाई की याचिका खारिज की, बॉम्बे हाई कोर्ट जाने का सुझाव दिया

सुप्रीम कोर्ट ने भारतीय नागरिकता के लिए पाकिस्तानी ईसाई की याचिका खारिज की, बॉम्बे हाई कोर्ट जाने का सुझाव दिया

12 Jun 2025 11:45 AM
केरल उच्च न्यायालय: पासपोर्ट दिशा-निर्देश पासपोर्ट अधिनियम और नियमों को रद्द नहीं किया जा सकता

केरल उच्च न्यायालय: पासपोर्ट दिशा-निर्देश पासपोर्ट अधिनियम और नियमों को रद्द नहीं किया जा सकता

4 Jun 2025 4:17 PM
पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट: यदि चार्जशीट 2005 में दायर हो गई थी तो लंबित FIR के आधार पर राज्य सेवानिवृत्ति लाभ नहीं रोक सकता

पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट: यदि चार्जशीट 2005 में दायर हो गई थी तो लंबित FIR के आधार पर राज्य सेवानिवृत्ति लाभ नहीं रोक सकता

6 Jun 2025 5:03 PM
सुप्रीम कोर्ट ने हत्या के मामले में युवक को बरी किया, कहा कि शव को छिपाने से अपराध साबित नहीं होता

सुप्रीम कोर्ट ने हत्या के मामले में युवक को बरी किया, कहा कि शव को छिपाने से अपराध साबित नहीं होता

12 Jun 2025 1:20 PM
केरल उच्च न्यायालय ने 10वीं कक्षा के छात्र शाहबास की हत्या के मामले में आरोपी छह किशोरों को जमानत दी

केरल उच्च न्यायालय ने 10वीं कक्षा के छात्र शाहबास की हत्या के मामले में आरोपी छह किशोरों को जमानत दी

11 Jun 2025 5:05 PM
कुंभ भगदड़ मुआवजा में देरी पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने यूपी सरकार को फटकार लगाई, मृतकों का पूरा ब्यौरा मांगा

कुंभ भगदड़ मुआवजा में देरी पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने यूपी सरकार को फटकार लगाई, मृतकों का पूरा ब्यौरा मांगा

7 Jun 2025 12:23 PM
धारा 24 हिंदू विवाह अधिनियम | दूसरी शादी में अंतरिम भरण-पोषण तय करने में पहली शादी का तथ्य अप्रासंगिक: इलाहाबाद हाईकोर्ट

धारा 24 हिंदू विवाह अधिनियम | दूसरी शादी में अंतरिम भरण-पोषण तय करने में पहली शादी का तथ्य अप्रासंगिक: इलाहाबाद हाईकोर्ट

6 Jun 2025 6:26 PM