Logo
Court Book - India Code App - Play Store

मुंबई में टिकाऊ विकास के लिए 'कैरीइंग कैपेसिटी सर्वे' की मांग पर हाईकोर्ट ने राज्य सरकार से मांगा जवाब

10 Apr 2025 11:51 AM - By Prince V.

मुंबई में टिकाऊ विकास के लिए 'कैरीइंग कैपेसिटी सर्वे' की मांग पर हाईकोर्ट ने राज्य सरकार से मांगा जवाब

बॉम्बे हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका (PIL) दायर की गई है, जिसमें मुंबई शहर के लिए 'कैरीइंग कैपेसिटी सर्वे' कराने की मांग की गई है। इस सर्वे का मकसद यह जानना है कि शहर में और कितना विकास किया जा सकता है, जिससे पर्यावरण को नुकसान न हो और लोग आराम से रह सकें।

कैरीइंग कैपेसिटी का मतलब है – किसी जगह पर कितने लोग आराम से रह सकते हैं, बिना उस जगह के संसाधनों पर ज्यादा दबाव डाले और बिना पर्यावरण को नुकसान पहुँचाए।

Read Also:- मुंबई में टिकाऊ विकास के लिए कैरीइंग कैपेसिटी सर्वे की मांग पर बॉम्बे हाईकोर्ट ने राज्य से मांगा जवाब

मुख्य न्यायाधीश आलोक अराधे और न्यायमूर्ति एम.एस. कर्णिक की पीठ ने इस याचिका पर सुनवाई करते हुए राज्य सरकार, मुंबई महानगरपालिका (BMC), महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (MPCB) और केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) को नोटिस जारी किया है।

“अगर हमें सही मायनों में टिकाऊ विकास करना है, तो उसे पर्यावरण और शहर के संसाधनों की क्षमता के अनुसार करना होगा,” — याचिका में कहा गया है।

इस याचिका को Conservation Action Trust नामक संस्था ने दाखिल किया है। याचिकाकर्ता ने कहा है कि बिना योजना के हो रहे ज्यादा निर्माण कार्यों से पर्यावरण खराब हो रहा है और लोगों की जिंदगी पर असर पड़ रहा है।

याचिका में यह भी कहा गया है कि मुंबई में जो नई बिल्डिंग और प्रोजेक्ट बनाए जा रहे हैं, उनके लिए पहले यह जांच होनी चाहिए थी कि क्या शहर की सड़कें, पानी, कचरा प्रबंधन, ट्रैफिक और हवा की गुणवत्ता इतनी बढ़ोतरी को सह सकती हैं या नहीं।

Read Also:- बॉम्बे हाईकोर्ट ने नकली 'क्लोजअप' और 'पेप्सोडेंट' उत्पादों की बिक्री रोकने के लिए जॉन डो आदेश जारी किया

इसमें यह भी कहा गया है कि विदेशों में बड़े शहरों की योजना बनाने से पहले इस तरह के सर्वे किए जाते हैं, जिससे यह तय किया जा सके कि कितना विकास ठीक रहेगा।

याचिकाकर्ता ने यह भी कहा है कि जब शहर का विकास उसकी क्षमता से ज्यादा होता है, तो यह लोगों के अच्छे जीवन के अधिकार (अनुच्छेद 21) का भी उल्लंघन है।

“अगर विकास की वजह से लोगों का स्वास्थ्य, सुविधा और जीवन स्तर बिगड़ता है, तो यह संविधान के तहत उनके अधिकारों का हनन है,” — याचिकाकर्ता का कहना है।“मुंबई के लिए जो नई विकास योजनाएं बनी हैं, जैसे DCPR 2034, उनमें बिना कैरीइंग कैपेसिटी देखे ही ज्यादा निर्माण की इजाजत दे दी गई है,” — याचिका में बताया गया।

Read Also:- बॉम्बे हाईकोर्ट ने लेबर कोर्ट के आदेश की अनदेखी पर उद्योग अध्यक्ष को जिम्मेदार ठहराया

अब याचिका में मांग की गई है कि सरकार को आदेश दिया जाए कि वह मुंबई में एक पूरा और सही कैरीइंग कैपेसिटी सर्वे कराए। यह सर्वे निर्माण कार्य, हवा की स्थिति, यातायात, जल निकासी, साफ-सफाई, कचरे का निपटान और जलवायु परिवर्तन जैसे मामलों पर आधारित हो।

अदालत ने सभी संबंधित पक्षों को इस पर जवाब देने को कहा है।

मामला: Conservation Action Trust बनाम महाराष्ट्र राज्य

Similar Posts

केरल उच्च न्यायालय ने एमएससी मनासा एफ को हिरासत में लिया, काजू निर्यातक ने एमएससी एल्सा 3 जहाज दुर्घटना में हुए नुकसान पर मुकदमा दायर किया

केरल उच्च न्यायालय ने एमएससी मनासा एफ को हिरासत में लिया, काजू निर्यातक ने एमएससी एल्सा 3 जहाज दुर्घटना में हुए नुकसान पर मुकदमा दायर किया

13 Jun 2025 8:36 PM
सुप्रीम कोर्ट एओआर परीक्षा 2025 16-21 जून के लिए निर्धारित: स्थान, प्रवेश द्वार और बैठने की योजना की जाँच करें

सुप्रीम कोर्ट एओआर परीक्षा 2025 16-21 जून के लिए निर्धारित: स्थान, प्रवेश द्वार और बैठने की योजना की जाँच करें

13 Jun 2025 6:35 PM
जम्मू-कश्मीर हाईकोर्ट ने कहा: भूमि सुधार अधिनियम की धारा 31 के तहत स्वीकृति के बिना कृषि भूमि का मौखिक हिबा अमान्य, म्युटेशन को दोबारा तय किया जाए

जम्मू-कश्मीर हाईकोर्ट ने कहा: भूमि सुधार अधिनियम की धारा 31 के तहत स्वीकृति के बिना कृषि भूमि का मौखिक हिबा अमान्य, म्युटेशन को दोबारा तय किया जाए

12 Jun 2025 12:22 PM
दिल्ली हाईकोर्ट: मध्यस्थता क्लॉज की लागू होने की वैधता पर फैसला मध्यस्थ करेगा, सेक्शन 11 याचिका में नहीं हो सकता निर्णय

दिल्ली हाईकोर्ट: मध्यस्थता क्लॉज की लागू होने की वैधता पर फैसला मध्यस्थ करेगा, सेक्शन 11 याचिका में नहीं हो सकता निर्णय

16 Jun 2025 8:51 PM
इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने NEET-UG 2025 भौतिकी पेपर को चुनौती देने वाली जनहित याचिका खारिज की, परिणाम घोषित करने की अनुमति दी

इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने NEET-UG 2025 भौतिकी पेपर को चुनौती देने वाली जनहित याचिका खारिज की, परिणाम घोषित करने की अनुमति दी

13 Jun 2025 9:54 PM
केरल हाईकोर्ट ने फिल्म टिकट कीमतों को नियंत्रित करने की याचिका पर राज्य से जवाब मांगा

केरल हाईकोर्ट ने फिल्म टिकट कीमतों को नियंत्रित करने की याचिका पर राज्य से जवाब मांगा

12 Jun 2025 5:34 PM
उच्च न्यायालय: केवल फरार व्यक्ति का स्थान जानना, गिरफ्तारी से बचने के लिए सक्रिय सहायता के बिना उसे ‘पनाह देना’ नहीं है

उच्च न्यायालय: केवल फरार व्यक्ति का स्थान जानना, गिरफ्तारी से बचने के लिए सक्रिय सहायता के बिना उसे ‘पनाह देना’ नहीं है

11 Jun 2025 6:09 PM
दिल्ली हाईकोर्ट ने सज़ा समीक्षा बोर्ड के लिए दी समयपूर्व रिहाई पर विस्तृत गाइडलाइंस

दिल्ली हाईकोर्ट ने सज़ा समीक्षा बोर्ड के लिए दी समयपूर्व रिहाई पर विस्तृत गाइडलाइंस

13 Jun 2025 11:58 AM
आपसी सहमति से तलाक के दौरान भत्ते का अधिकार छोड़ने वाली पत्नी बदलते हालात में फिर से रख-रखाव की मांग कर सकती है: केरल हाईकोर्ट

आपसी सहमति से तलाक के दौरान भत्ते का अधिकार छोड़ने वाली पत्नी बदलते हालात में फिर से रख-रखाव की मांग कर सकती है: केरल हाईकोर्ट

12 Jun 2025 4:47 PM
सुप्रीम कोर्ट ने पारिवारिक ऋण चुकाने के लिए बाल विवाह के लिए मजबूर की गई नाबालिग लड़की को सुरक्षा दी

सुप्रीम कोर्ट ने पारिवारिक ऋण चुकाने के लिए बाल विवाह के लिए मजबूर की गई नाबालिग लड़की को सुरक्षा दी

18 Jun 2025 5:36 PM